शनिवार, 18 जून 2016

WHAT IS ON-SCREEN MARKING? ऑन-स्क्रीन मार्किंग क्या है ?

RAS 2013 मुख्य परीक्षा में RPSC ने ऑन स्क्रीन पद्धति के माध्यम से करीब 99000 उत्तर पुस्तिकाओं की जांच रिकॉर्ड समय मात्र 30 दिन में की | इसके बाद से ही RAS अभ्यर्थियों के मन में इस पद्धति को लेकर जिज्ञासा उठी | राम कहानी ने अपने पाठकों की जिज्ञासा को ध्यान में रखते हुए इस पद्धति के बारे में जानकारी जुटाई जो आपके साथ साझा कर रहे हैं |

   ऑन स्क्रीन मार्किंग पद्धति कागज पेन आधारित परीक्षाओं का कंप्यूटर स्क्रीन पर किया जाने वाला मूल्यांकन है | यह विश्लेषणात्मक उत्तर लिखावट  को जांचने की सटीक,आसान और दक्षता युक्त प्रणाली है |
इसके अंतर्गत उत्तर पुस्तिकाओं को सबसे पहले स्कैन किया जाता है और इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट में परिवर्तित किया जाता है | इसके बाद इन्हें (इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट) जांचकर्ताओं/परीक्षकों को भेजी जाती है | ऑन-स्क्रीन मार्किंग सॉफ्टवेयर के माध्यम से कंप्यूटर स्क्रीन पर ही इनकी जांच की जाती है |इसमें उत्तरों को लेकर किसी प्रकार की टिप्पणी भी स्क्रीन पर ही की जाती है | इस जांच प्रक्रिया की निगरानी किसी भी समय उच्च अधिकारियों द्वारा रियल टाइम में की जा सकती है |

RPSC ने करीब 246 परीक्षकों को इसका पहले प्रशिक्षण दिया था | इसी का परिणाम था कि 4 मई से 4 जून के बीच लगभग 99000 उत्तर पुस्तिकाओं की जांच कर ली गई | RTI आवेदनों की स्थिति में यह पद्धति अधिक कारगर साबित होगी | आवेदकों को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में उत्तर पुस्तिकाओं का वितरण किया जा सकेगा जो कागज, समय एवं ऊर्जा की बचत करेगा | CBSE भारत की पहली राष्ट्रीय स्तर की संस्था है जिसने इसका सबसे पहले प्रयोग 2014 में किया |

    

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